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Showing posts from December, 2024

सभी धर्मों के लिए भारतीय कैलेंडर को अपनाने की आवश्यकता: वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टिकोण

  आर्यन प्रेम राणा, निदेशक  VRIGHTPATH  ग्रेगोरियन नववर्ष की रात को मनाने के तरीके समाज के लिए हानिकारक आज  जब हम 2024 के अंत को मनाने और 2025 का स्वागत करने के लिए रेव पार्टियों में जाने, शराब पीने, नशीली दवाइयां लेने और अनुचित व्यवहार करने के बारे में सोच रहे हैं, तब मैं सभी हिंदुओं और हर व्यक्ति से अपील करता हूं कि वे #VRIGHTPATH अपनाएं और सनातन हिंदू कैलेंडर को अपनाने पर विचार करें। यह समय है सच्चे सुख, सांस्कृतिक समृद्धि और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देने वाले मूल्यों पर विचार करने का। भारतीय कैलेंडर, जो वैज्ञानिक सटीकता और प्राकृतिक चक्रों पर आधारित है, न केवल हिंदुओं बल्कि सभी धर्मों के लिए एक आदर्श समय गणना प्रणाली है। यह खगोलीय घटनाओं और सांस्कृतिक महत्व का ऐसा समन्वय प्रस्तुत करता है, जो इसे सार्वभौमिक अपनापन के लिए उपयुक्त बनाता है। इसके विपरीत, ग्रेगोरियन कैलेंडर, जो आज प्रचलित है, न तो वैज्ञानिक रूप से सटीक है और न ही सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक। भारतीय कैलेंडर का वैज्ञानिक आधार प्रकृति के साथ तालमेल: भारतीय कैलेंडर में नववर्ष चैत्र मास से शुरू होता है,...

Astro Tribute to Dr. Manmohan Singh: A Scholar, Economist, and Prime Minister

 By Aryan Prem Rana, Founder, VRIGHTPATH A few days ago, while drafting 100th Brith Century tribute to Sri Atal Bihari Vajpayee Ji , who passed away at the age of 93 in 2018, I came across Dr. Manmohan Singh’s birth details, astrological chart, and numerology numbers. I discovered that he, too, was entering the 93rd year of his life. Coincidentally, just a day later, he breathed his last at AIIMS Hospital in Delhi. Born on 26 September 1932,  Dr. Manmohan Singh, the 14th and 15th Prime Minister of India, was a figure of immense intellect, humility, and unparalleled dedication to the nation. Born on an auspicious Ekadashi tithi , Dr. Singh’s life and career embodied fortune and divine blessings, evident in his rise to prominence as an economist, academic, and political leader. Unfortunately, on December 26, 2024, he breathed his last at AIIMS, Delhi, marking the end of an era. Achievements and Mixed Legacy Dr. Manmohan Singh's career proved to be a milestone in India's economic...

A Tribute to Shri Atal Bihari Vajpayee : The Statesman, Poet, and Visionary

  By Aryan Prem Rana, Founder,   VRIGHTPATH A century ago, a boy was born to Krishna Devi and Krishna Bihari Vajpayee in Gwalior, where his father worked as a school teacher. Little did they know that their son, Atal Bihari Vajpayee, would go on to carve his name in golden letters in the annals of Indian politics. Vajpayee was far more than just a statesman; he was a visionary leader, an extraordinary orator, a compassionate poet, and, above all, a man of unwavering integrity and purpose. As India’s 13th Prime Minister,  Vajpayee played a transformative role in shaping the nation’s future. His tenure remains a testament to good governance, economic prosperity, and inspirational leadership, leaving behind a legacy that continues to inspire generations A Leader Par Excellence Vajpayee’s tenure as Prime Minister was marked by transformative policies and visionary initiatives. Under his leadership, India achieved an unprecedented growth rate of 8.4%, a historic milestone...

भारतीय कैलेंडर: वैज्ञानिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से श्रेष्ठ | तथाकथित “धर्मनिरपेक्ष” ग्रेगोरियन कैलेंडर असंगत है

  आर्यन प्रेम राणा, निदेशक  VRIGHTPATH  कैलेंडर सभ्यताओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं, जो न केवल समय प्रबंधन में सहायता करते हैं बल्कि सांस्कृतिक, आर्थिक और कृषि संबंधी प्रथाओं को भी आकार देते हैं। इन कैलेंडरों में, भारतीय कैलेंडर अपनी वैज्ञानिक सटीकता, सांस्कृतिक समावेशिता और अनुकूलता के लिए विशेष रूप से खड़ा है। यह ग्रेगोरियन कैलेंडर की तरह केवल धार्मिक पृष्ठभूमि से प्रेरित नहीं है, बल्कि खगोलीय अवलोकनों और वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित है। आइए जानें कि भारतीय कैलेंडर क्यों केवल एक सांस्कृतिक धरोहर नहीं है बल्कि भारत की उन्नत वैज्ञानिक परंपरा का प्रतीक है। ग्रेगोरियन कैलेंडर की सीमाएं ग्रेगोरियन कैलेंडर, जिसे 1582 में पोप ग्रेगोरी XIII द्वारा स्थापित किया गया था, मूल रूप से एक धार्मिक समस्या को हल करने के लिए बनाया गया था: ईस्टर की सही तारीख तय करना। इसके पूर्ववर्ती जूलियन कैलेंडर में कई त्रुटियां थीं, जिनकी वजह से समय के साथ त्यौहारों की तिथियां बदल जाती थीं। इसके व्यापक उपयोग के बावजूद, ग्रेगोरियन कैलेंडर में कई कमियां हैं धार्मिक उत्पत्ति :  ग्रेगोरियन कैलें...

ब्रह्मांड का गहन ज्ञान क्यों केवल हिंदू धर्म ग्रंथों में ही मिलता है? जरा विचार कीजिए बाइबिल या कुरान में क्यों नहीं है

  # VRIGHTPATH  में आपका हार्दिक स्वागत है! हमारे "कर्म अंतर को पाटने" के मिशन में शामिल होकर समाज और प्रकृति के प्रति सकारात्मक योगदान दें। हम खासकर युवाओं को प्रोत्साहित करते हैं कि वे पेड़ लगाएं, पशु-पक्षियों की देखभाल करें, जरूरतमंदों को भोजन कराएं, और सार्थक दान करें। साथ ही, दैनिक और साप्ताहिक हवन को अपनी आध्यात्मिक दिनचर्या में अपनाकर प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करें और एक संतुलित, उद्देश्यपूर्ण जीवन जिएं। हमारा लक्ष्य है व्यक्तिगत, व्यावसायिक, आर्थिक और आध्यात्मिक पहलुओं को संतुलित करते हुए सभी को प्रेरित करना, ताकि भारत को विश्वगुरु के रूप में पुनः स्थापित किया जा सके। सकारात्मक सोच को बढ़ावा दें, भ्रांतियों को दूर करें और सनातन धर्म के अमूल्य ज्ञान को संरक्षित करें। अभी सदस्य बनें और इस सशक्त मिशन का हिस्सा बनें! आर्यन प्रेम राणा, निदेशक, VRIGHT PATH GROUP द्वारा  (   VRIGHTPATH  ) #हिंदू ग्रंथों में निहित ब्रह्मांड का विज्ञान हिंदू #धर्म ब्रह्मांड के गहन ज्ञान का भंडार है, जो #ब्रह्मांड की उत्पत्ति, संरचना और रहस्यों के बारे में अद्वितीय अंतर...

शब्दों की फिसलन से बचें: सावधानी की आवश्यकता

  आर्यन प्रेम राणा,  फाउंडर,  VRIGHT PATH   (   vrightpath.com  ) भारतीय राजनीति में संवाद की ताकत और संवेदनशीलता का महत्व असंदिग्ध है। नेताओं के बयानों का जनता पर गहरा प्रभाव पड़ता है, और यदि शब्दों का चयन गलत हो जाए, तो यह न केवल व्यक्तिगत छवि को नुकसान पहुंचा सकता है, बल्कि पार्टी के लिए भी संकट खड़ा कर सकता है। हाल ही में, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के "अंबेडकर" पर दिए गए बयान ने एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया। विवाद का स्रोत राज्यसभा में अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा,  "आजकल अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर कहना एक फैशन बन गया है। अगर भगवान का इतना नाम लिया होता, तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।"  यह टिप्पणी कांग्रेस पर कटाक्ष के रूप में दी गई थी, लेकिन इसका लहजा और संदर्भ विपक्ष को हमला करने का मौका दे गया। शाह का बयान यह दर्शाने की कोशिश कर रहा था कि कांग्रेस ने बाबासाहेब अंबेडकर के नाम का केवल राजनीतिक उपयोग किया है, लेकिन इसके स्वर और संदर्भ  क्लिप बनाकर  सोशल मीडिया के इस युग मे अर्धसत्य को वायरल कर विवाद उत्पन कर...

जब लोग गुस्से में होते हैं तो वे एक-दूसरे पर चिल्लाते क्यों हैं?

गंगा के तट पर स्नान के लिए गए एक हिंदू संत ने देखा कि एक परिवार आपस में क्रोधित होकर चिल्ला रहा है। उन्होंने अपने शिष्यों की ओर मुस्कुराते हुए देखा और पूछा: "जब लोग गुस्से में होते हैं तो वे एक-दूसरे पर चिल्लाते क्यों हैं?" शिष्यों ने कुछ देर सोचा। एक ने उत्तर दिया: "क्योंकि हम अपना धैर्य खो देते हैं, इसलिए चिल्लाते हैं।" संत ने फिर पूछा: "लेकिन जब दूसरा व्यक्ति आपके पास ही है, तो चिल्लाने की क्या आवश्यकता? आप अपनी बात धीरे से भी कह सकते हैं।" शिष्यों ने और भी उत्तर दिए, लेकिन कोई भी उत्तर उन्हें संतुष्ट नहीं कर पाया। तब संत ने अपनी बात समझाई: "जब दो लोग गुस्से में होते हैं, तो उनके दिल एक-दूसरे से बहुत दूर हो जाते हैं। उस दूरी को पाटने के लिए उन्हें चिल्लाना पड़ता है, ताकि उनकी आवाज़ एक-दूसरे तक पहुंच सके। जितना अधिक गुस्सा होता है, उतनी ही अधिक दूरी होती है, और उतना ही तेज़ चिल्लाना पड़ता है। लेकिन जब दो लोग प्यार में होते हैं, तो वे धीरे-धीरे बात करते हैं, क्योंकि उनके दिल बहुत करीब होते हैं। उनके बीच की दूरी बहुत कम या बिल्कुल नहीं होती। और ...

Knowledge and wealth, know the difference

A saint once replied to a group of ten learned men who said, 'We seek your permission for our putting a question to you.' The saint replied, 'You are at perfect liberty.' They said, 'Of knowledge and wealth, which is better and why. Please give a separate answer to each of us He answered all the ten with ten different answers: 1. Knowledge is the legacy of the Vedas; wealth is the inheritance of the individuals. Therefore, knowledge is better than wealth 2. You are to guard your wealth but knowledge guards you. Therefore, knowledge is better. 3. A man of wealth has many enemies, while a man of knowledge has many friends. Hence, knowledge is better. 4. Knowledge is better because it increases with distribution, while wealth decreases by that act. 5. Knowledge is better because a learned man is apt to be generous while a wealthy person is apt to be miserly. 6. Knowledge is better because it cannot be stolen while wealth can be stolen. 7. Knowledge is better because ...