मुंबई , महाराष्ट्र : गणेश चतुर्थी 2025 का पर्व 27 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा। यह पर्व भगवान गणेश की पूजा का पर्व है , जो विघ्नहर्ता , बुद्धि के देवता और समृद्धि के प्रतीक माने जाते हैं। इस वर्ष , यह पर्व न केवल सांस्कृतिक उल्लास का प्रतीक है , बल्कि आध्यात्मिक जागरण , विनम्रता और एकता का भी संदेश देता है। ( English ) Lalbaug Raja 1st Darshan ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व गणेशोत्सव की शुरुआत 1893 में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने की थी , ताकि यह पर्व समाज में एकता और राष्ट्रीयता की भावना को प्रोत्साहित कर सके। आज यह पर्व महाराष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। आध्यात्मिक अनुशासन और अनुष्ठान · निर्जला व्रत : 26 अगस्त 2025 · प्रतिमा स्थापना : 27 अगस्त 2025 ( सुबह ) · वर्ज्य क्रियाएँ : हिंसा , मांसाहार , नकारात्मक आचरण , आदि से बचें। · ...